आज के समय की सबसे बड़ी समस्या पर कुछ पंक्तियाँ आज के समय की सबसे बड़ी समस्या पर कुछ पंक्तियाँ
डिग्रीवाला भी अब चोरी कर रहा है। डिग्रीवाला भी अब चोरी कर रहा है।
जिसमें पत्रकार का जनता से सरोकार शून्य के बराबर है। जिसमें पत्रकार का जनता से सरोकार शून्य के बराबर है।
ऊँची करनी है मुझे तुम्हारी पगड़िया, मत ब्याहो बाबा छोटी है उमरिया।। ऊँची करनी है मुझे तुम्हारी पगड़िया, मत ब्याहो बाबा छोटी है उमरिया।।
शादी न होना सबसे बड़ा कारण बन गया अपने माँ, बाप को भी दुखी कर दिया शादी न होना सबसे बड़ा कारण बन गया अपने माँ, बाप को भी दुखी कर दिया
कष्ट सहूँगा अपमान नहीं राष्ट्र की जरूरत हूँ मैं अर्थहीन जमात नहीं ! कष्ट सहूँगा अपमान नहीं राष्ट्र की जरूरत हूँ मैं अर्थहीन जमात नहीं !