ठहराव है मुझमें नहीं, तुम शामियाना ढूंढते। ठहराव है मुझमें नहीं, तुम शामियाना ढूंढते।
बहुत देर कर दी ज़िन्दगी तूने मेरे दर पे आने में। बहुत देर कर दी ज़िन्दगी तूने मेरे दर पे आने में।
अपनी ही उलझनों में उलझ सी गई हूं। अपनी ही उलझनों में उलझ सी गई हूं।
आये हैं, वो जिंदगी में ऐसे हमारी जैसे कि कोई फ़रिश्ता है। आये हैं, वो जिंदगी में ऐसे हमारी जैसे कि कोई फ़रिश्ता है।
सफ़र ज़िन्दगी का... बस इतना - सा टुकड़ा है। सफ़र ज़िन्दगी का... बस इतना - सा टुकड़ा है।