फुहार बरस रही रंगों की चहुँ दिश मस्तों की टोली ! फुहार बरस रही रंगों की चहुँ दिश मस्तों की टोली !
एक-दूजे के लिए आँखें बिछाना, एक और एक ग्यारह सदा रहना। एक-दूजे के लिए आँखें बिछाना, एक और एक ग्यारह सदा रहना।
मेरे छूने से और भी तंग तेरी चोली हो जाये, कसम से फिर एक बार मेरी होली मन जाये। मेरे छूने से और भी तंग तेरी चोली हो जाये, कसम से फिर एक बार मेरी होली मन जाय...