आज के संग संग अपना कल भी सुखी बनाओ। आज के संग संग अपना कल भी सुखी बनाओ।
कितना सच है/कितना झूठ फटने को हो ज्यों ज्वालामुखी कितना सच है/कितना झूठ फटने को हो ज्यों ज्वालामुखी
बैठी कोसे किस्मत अपनी लगी किसी की हाय। बैठी कोसे किस्मत अपनी लगी किसी की हाय।
कैसी है ये लवायत आज की, कैसा आया है ये ज़माना, कैसी बौनी सोच है इनकी, कैसा बौना कद है, कैसे है ... कैसी है ये लवायत आज की, कैसा आया है ये ज़माना, कैसी बौनी सोच है इनकी, कैसा बौ...
माॅं की ममता और भावनाएं तथा बच्चो के मन की भावनाओं का प्रकटन इस काव्य में...!!! माॅं की ममता और भावनाएं तथा बच्चो के मन की भावनाओं का प्रकटन इस काव्य में...!!!