जाने क्यों पग को चलना था न जाने जीवन मे उसे कितनी बार मरना था। जाने क्यों पग को चलना था न जाने जीवन मे उसे कितनी बार मरना था।
प्रेम की सीमा न कोई, प्रेम तो असीम है। प्रेम की सीमा न कोई, प्रेम तो असीम है।
यमुना किनारे बंसी, मधुर बजाये रे आ जा रे आ जा दिल ये पुकारे यमुना किनारे बंसी, मधुर बजाये रे आ जा रे आ जा दिल ये पुकारे