बिना चूमे उसे चूमकर बिना घेरे उसे बांहों में घेरकर, बिना चूमे उसे चूमकर बिना घेरे उसे बांहों में घेरकर,
मेरी चाहत है बस चाहत है और चाहत पूरी हो ये भी तो जरुरी नहीं ना क्योंकि ये बस मेरी चा मेरी चाहत है बस चाहत है और चाहत पूरी हो ये भी तो जरुरी नहीं ना क्योंकि ...
छूटती हुई तारीखें छूटती ही नहीं छूटती हुई तारीखें छूटती ही नहीं
राजनीति समालोचना विवादों के घेरे में ही घूमती रहती है ! राजनीति समालोचना विवादों के घेरे में ही घूमती रहती है !