नदी से तैरते एहसास कलम से कुछ लिखने की प्यास वो नायक का परदेशी रुआब। नदी से तैरते एहसास कलम से कुछ लिखने की प्यास वो नायक का परदेशी रुआब।
तुम्हारे ही शहर मेंनए विचारों की चुनरिया जब लपेटती हूँ देह पर,तुम्हें नज़र आती है उसकी पार्दर्शिता। तुम्हारे ही शहर मेंनए विचारों की चुनरिया जब लपेटती हूँ देह पर,तुम्हें नज़र आती है...
कैसे कहें हम कि हमें तुमसे बहुत प्यार है तुम दिल की बातें बिन कहे समझ जाओ ना । कैसे कहें हम कि हमें तुमसे बहुत प्यार है तुम दिल की बातें बिन कहे समझ जाओ न...
आत्मा को परमात्मा तक पहुँचने के लिए, देह की गुफा से गुज़रना होगा... आत्मा को परमात्मा तक पहुँचने के लिए, देह की गुफा से गुज़रना होगा...
ग्रंथ अलौकिक ध्वनि तरंगों की लौकिक संताने हैं... जिसका मृत्यु उपरान्त दाह संस्कार आवश्यक है तभी तो व... ग्रंथ अलौकिक ध्वनि तरंगों की लौकिक संताने हैं... जिसका मृत्यु उपरान्त दाह संस्का...
उंगलियाँ टच टचाते मुआ करती नित्य व्हाट्सअप पात्र प्रिय चिपकी पड़ी हैं आंख उंगलियाँ टच टचाते मुआ करती नित्य व्हाट्सअप पात्र प्रिय चिपकी पड़ी हैं...