हो भारत के कर्णधार तुम स्वागत वंदन अभिनन्दन ! हो भारत के कर्णधार तुम स्वागत वंदन अभिनन्दन !
संस्कृति,विरासत और गौरवशाली ये सभ्यता ही तो हम सबकी पहचान है संस्कृति,विरासत और गौरवशाली ये सभ्यता ही तो हम सबकी पहचान है
वरना कल भी वैसा ही होगा, जैसा होता आया है आज। वरना कल भी वैसा ही होगा, जैसा होता आया है आज।
मिलता शिक्षक का पद नसीब से, और बच्चों के साथ रहना सौभाग्य से। मिलता शिक्षक का पद नसीब से, और बच्चों के साथ रहना सौभाग्य से।
काम को अंजाम देता सहमति का प्रतीक है सक्षम बनाता, आत्मविश्वास का परिचायक है काम को अंजाम देता सहमति का प्रतीक है सक्षम बनाता, आत्मविश्वास का परिचायक है
ऊर्जा, उत्साह और अनुशासन इसकी देन हैं, आशा, साहस और विश्वास इसी से जवान हैं। ऊर्जा, उत्साह और अनुशासन इसकी देन हैं, आशा, साहस और विश्वास इसी से जवान हैं।