इतनी सारी, साम्यताओं के बाद भी एक अंतर है दोनों में वो ये- एक को ज़बान है तो दूजे को ज़बान न... इतनी सारी, साम्यताओं के बाद भी एक अंतर है दोनों में वो ये- एक को ज़बान है ...
सबको मेरी छाया बहुत ही प्यारी लगती है, सबको ही मेरी ज़रूरत तो महसूस होती है, सबको मेरी छाया बहुत ही प्यारी लगती है, सबको ही मेरी ज़रूरत तो महसूस होती है,