जिसके सजदा में लोग शीश झुकाते है वो ही तो माँ है, आशीर्वाद बरसाने वाली जिसके सजदा में लोग शीश झुकाते है वो ही तो माँ है, आशीर्वाद बरसाने वाली
हम शिष्य तुम्हारे नमस्कार हमारा तुझको, दुनिया छोड़कर जो सच कि राह चलता हो! हम शिष्य तुम्हारे नमस्कार हमारा तुझको, दुनिया छोड़कर जो सच कि राह चलता हो!
शिक्षक हर समय शिष्य का, चरित्र निर्माण करता, शिक्षक हर समय शिष्य का, चरित्र निर्माण करता,
कोशिकाओं में प्राण वायु, प्राणायाम से भरते हैं कोशिकाओं में प्राण वायु, प्राणायाम से भरते हैं