भुलाए नहीं भूलतीं वो यादें वो पल छिन्न, कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन ! भुलाए नहीं भूलतीं वो यादें वो पल छिन्न, कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन !
कि अगर बचपन के उन गलियों में जाते हैं तो सिर्फ सन्नाटा ही पाते हैं। कि अगर बचपन के उन गलियों में जाते हैं तो सिर्फ सन्नाटा ही पाते हैं।
देख रहा हूँ कब से इस उबले हुए खाने को मन कर रहा हैं क्यूँ मेरा ? गोल गप्पे खाने को देख रहा हूँ कब से इस उबले हुए खाने को मन कर रहा हैं क्यूँ मेरा ? गोल ...
विज्ञापन वाले भी क्या गजब ढाते हैं। अपने प्रोडक्ट के कितने कसीदे गाते हैं ।। विज्ञापन वाले भी क्या गजब ढाते हैं। अपने प्रोडक्ट के कितने कसीदे गाते हैं ।।
आज सहेलियों के साथ बैठने का टाइम मिला हैं क्योंकि आज सन्डे है आज सहेलियों के साथ बैठने का टाइम मिला हैं क्योंकि आज सन्डे है