पतझड़ इक दिन खुद आएगा, और आकर मुझको रोकेगा, पतझड़ इक दिन खुद आएगा, और आकर मुझको रोकेगा,
मिट के फिर से बनने तो दो। कांटों की राह पर चलने तो दो।। मिट के फिर से बनने तो दो। कांटों की राह पर चलने तो दो।।
किस फूल को चढ़ाएं माँ के चरणों में जब कली खिलने से पहले ही हमने मरोड़ा है! किस फूल को चढ़ाएं माँ के चरणों में जब कली खिलने से पहले ही हमने मरोड़ा है!