पड़े गुरु की कृपादृष्टि तो मिले सन्मार्ग और हो उद्धार पड़े गुरु की कृपादृष्टि तो मिले सन्मार्ग और हो उद्धार
माता तेरे अर्पण की, मेरी क्या बिसात। सब कुछ तेरा दिया है, जो भी मेरे पास।। माता तेरे अर्पण की, मेरी क्या बिसात। सब कुछ तेरा दिया है, जो भी मेरे पास।।
तेरा दर दूर नहीं, मन का मौजी मौन। हीय में झांक देखिए, देख बसा है कौन।। तेरा दर दूर नहीं, मन का मौजी मौन। हीय में झांक देखिए, देख बसा है कौन।।
ऊंची तेरी ओट पे, ममता रूप अपार। माता तेरी कृपा से, धन्य हुआ भरदार।।१।। ऊंची तेरी ओट पे, ममता रूप अपार। माता तेरी कृपा से, धन्य हुआ भरदार।।१।।
आने का हेतु जग में क्या है मेरे करतार? आने का हेतु जग में क्या है मेरे करतार?