तू भी रहनुमा मेरा इस कदर मेरे एतबार को कुचल कर हर बार तू भी रहनुमा मेरा इस कदर मेरे एतबार को कुचल कर हर बार
तोड़े गए फूलों के यहाँ खरीददार हैं बहुत कुचला गया उस फूल को जो था टूटा हुआ तोड़े गए फूलों के यहाँ खरीददार हैं बहुत कुचला गया उस फूल को जो था टूटा हुआ
हो कोई उम्र मेरी, मैं कुचल कर नालों में फेंकी जाती हूँ, हो कोई उम्र मेरी, मैं कुचल कर नालों में फेंकी जाती हूँ,
मगर हमने भी तुम्हें सबक सिखाने की ठान ली है मगर हमने भी तुम्हें सबक सिखाने की ठान ली है
हो गई नवयुवती सुघड़ सुंदर जब कन्यादान में पति को थमा दी कलाई। हो गई नवयुवती सुघड़ सुंदर जब कन्यादान में पति को थमा दी कलाई।