हर मज़हब ने तो खुदा की बंदगी सिखाई फिर आज क्यों झगड़े हैं, किसे मारने को हर मज़हब ने तो खुदा की बंदगी सिखाई फिर आज क्यों झगड़े हैं, किसे मारन...
हम तो सोते रह गए , उठ के सब जाने लगे ! हम तो सोते रह गए , उठ के सब जाने लगे !
खामोशियाँ एक आवाज़ है गर कोई सुने तो, खामोशियाँ बहुत कुछ कहती हैं गर कोई समझे तो, खामोशियाँ एक आवाज़ है गर कोई सुने तो, खामोशियाँ बहुत कुछ कहती हैं गर कोई...
कुछ अनसुनी, कुछ अनकही बातें कुछ खामोश कुछ गहरी बातें, कभी भूली बिसरे यादों की बातें, कुछ अनसुनी, कुछ अनकही बातें कुछ खामोश कुछ गहरी बातें, कभी भूली बिसरे यादों...
कल किसका हाथ छूट जाये किसे पता कल किसका हाथ छूट जाये किसे पता