खामोशियाँ..
खामोशियाँ..
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खामोशियाँ एक आवाज़ है
गर कोई सुने तो,
खामोशियाँ बहुत कुछ कहती हैं
गर कोई समझे तो,
खामोशियाँ एक राज़ हैं
गर कोई जानना चाहे तो,
खामोशियाँ बहुत सताती हैं
गर कोई सोचे तो,
खामोशियाँ एक नाराज़गी है
गर कोई मनाए तो,
खामोशियाँ किसे पसंद है
गर कोई पूछे तो।
