मत हो उदास लोगों के बारे में सोचकर, कोई जिंदगी भर साथ नहीं होता। मत हो उदास लोगों के बारे में सोचकर, कोई जिंदगी भर साथ नहीं होता।
उन सपनों को सच करके दीखा तू सच करके दिखा। उन सपनों को सच करके दीखा तू सच करके दिखा।
ना बन गुनहगार तू मुझपर ऐतबार करके, तनहा शायर ना बन गुनहगार तू मुझपर ऐतबार करके, तनहा शायर
थोड़ा थोड़ा करके खुद को संभाल रही उजड़ी हुई ज़िन्दगी को फिर से संवार रही। थोड़ा थोड़ा करके खुद को संभाल रही उजड़ी हुई ज़िन्दगी को फिर से संवार रही।
यूं ही बढ़ते-बढ़ते, सफर एक रोज, हो जायेगा पूरा है ऐतबार। यूं ही बढ़ते-बढ़ते, सफर एक रोज, हो जायेगा पूरा है ऐतबार।
सूफियाना सी बंदगी है और दुआएं उम्रभर; कोशिश करके भी जाम ख़ाली न रहा साकी। सूफियाना सी बंदगी है और दुआएं उम्रभर; कोशिश करके भी जाम ख़ाली न रहा साकी।