पात्रता बिन धर्म नहीं, सुख मिलता, सुख पाता। पात्रता बिन धर्म नहीं, सुख मिलता, सुख पाता।
ज़िंदगी की पतंग भी उड़ती। डोर से फ़ासला नहीं होता। ज़िंदगी की पतंग भी उड़ती। डोर से फ़ासला नहीं होता।
आखिरकार, यह चलचित्र शयनकक्ष में पूर्ण होता है। आखिरकार, यह चलचित्र शयनकक्ष में पूर्ण होता है।