यह उपकरण श्रेष्ठ लेकिन मानव के चलाए ही चलता।। यह उपकरण श्रेष्ठ लेकिन मानव के चलाए ही चलता।।
अभी से वही बनना शुरू करो जो तुम तब बनने वाले हो। अभी से वही बनना शुरू करो जो तुम तब बनने वाले हो।
करत रहे अपने मनमानी। दूषित कर दयो नदियन पानी।। करत रहे अपने मनमानी। दूषित कर दयो नदियन पानी।।
या फिर एक घिस-पीटी बेबुनियाद सी एक परम्परा या फिर एक घिस-पीटी बेबुनियाद सी एक परम्परा
मोतियों से बने बच्चों के स्वर के समक्ष दुलारते हुए आत्मसमर्पण भी करते हैं। मोतियों से बने बच्चों के स्वर के समक्ष दुलारते हुए आत्मसमर्पण भी करते हैं।