तुम को कभी मैंने उदास नहीं देखा किसी दुःख दर्द को तुम्हारे आस पास नहीं देखा जब भी देख... तुम को कभी मैंने उदास नहीं देखा किसी दुःख दर्द को तुम्हारे आस पास नह...
खामोशियों का इल्ज़ाम खामोशियों का इल्ज़ाम
तुम मुझे अब कुछ भी सही गलत कह सकते हो। तुम मुझे अब कुछ भी सही गलत कह सकते हो।
रात हो या साँझ सवेरे, गिरते ये आँसू मेरे। याद करते तुम्हें है रहना। रात हो या साँझ सवेरे, गिरते ये आँसू मेरे। याद करते तुम्हें है रहना।