मैं उच्चारण और लिखने का दोगला रूप नहीं अपनाती, मैं हिन्दी हूँ अपने हिन्दुस्तान की..... मैं उच्चारण और लिखने का दोगला रूप नहीं अपनाती, मैं हिन्दी हूँ अपने हिन्दुस्ता...
जरूरत है अब हिन्दी को दिल से अपनाने की ! जरूरत है अब हिन्दी को दिल से अपनाने की !
संस्कृत की प्यारी बेटी है, यह हमारी हिंदी। संस्कृत की प्यारी बेटी है, यह हमारी हिंदी।
सीधी-सीधी सरल- सी जैसा उच्चारण वैसे ही लिखी जाती सीधी-सीधी सरल- सी जैसा उच्चारण वैसे ही लिखी जाती
अपने से बड़ों का चरण स्पर्श करना हमें बताती थी अपने से बड़ों का चरण स्पर्श करना हमें बताती थी