इन गगनचुंबी इमारतों के बाहर भी एक दर्द भरी ज़िंदगी की अनसुनी दास्तां है. इन गगनचुंबी इमारतों के बाहर भी एक दर्द भरी ज़िंदगी की अनसुनी दास्तां है.
सपना हो या इरादा, हर ख्वाबों की उड़ान भरता, सपना हो या इरादा, हर ख्वाबों की उड़ान भरता,
वाहनों की लंबी लंबी कतारों के शोर में कहीं खो गया है। वाहनों की लंबी लंबी कतारों के शोर में कहीं खो गया है।