जैसे बचपन सा प्यारा गेहूं, सिलियक निकला। जैसे बचपन सा प्यारा गेहूं, सिलियक निकला।
मैं मेरा परिवार , परिवार ही है जब हम आगाह करते रहेंगे तुझे दुनिया जब तक दम में होगा दम ! मैं मेरा परिवार , परिवार ही है जब हम आगाह करते रहेंगे तुझे दुनिया जब तक द...
पढ़ो लिखों सब बढ़ों, बात मान लो तुम फुले। पढ़ो लिखों सब बढ़ों, बात मान लो तुम फुले।
मानवीय संवेदनाओं से जुड़ रहीं, हमें नसीहत और हौसला दोनों दे रहीं मानवीय संवेदनाओं से जुड़ रहीं, हमें नसीहत और हौसला दोनों दे रहीं