जो आधे वस्त्रों में तन को , ढांके दर दर पर जाती हैं ये वही नारियां तो हैं जो , सौभा जो आधे वस्त्रों में तन को , ढांके दर दर पर जाती हैं ये वही नारियां तो हैं ...
एक बार फिर से , ज़िन्दगी को गले लगाया जाए। एक बार फिर से , ज़िन्दगी को गले लगाया जाए।
वो सुबह कब आएगी जब हर लड़की खुले आसमान के नीचे चैन की साँस ले पाएगी, कब एक माँ बिना वो सुबह कब आएगी जब हर लड़की खुले आसमान के नीचे चैन की साँस ले पाएगी, क...
काले काले मेघा तू ऐसे कैसे बरसा, तन तो मेरा भीग गया मन अभी भी प्यासा, काले काले मेघा तू ऐसे कैसे बरसा, तन तो मेरा भीग गया मन अभी भी प्यासा,
अजय ,अमर, अविनाशी आत्मा का #ईश समागम आधार बन जाती है मृत्यु। अजय ,अमर, अविनाशी आत्मा का #ईश समागम आधार बन जाती है मृत्यु।