दूर नहीं दिल से, बन गया है पेड़, वो पौधा मेरे आंगन का। दूर नहीं दिल से, बन गया है पेड़, वो पौधा मेरे आंगन का।
लो मजा अनिश्चितता का, शायद ये संदेश लिखा था। लो मजा अनिश्चितता का, शायद ये संदेश लिखा था।
जब जीवन अनिश्चितता का है सफर, तो फिर न डरें रहें हम सदा ही निडर। जब जीवन अनिश्चितता का है सफर, तो फिर न डरें रहें हम सदा ही निडर।
खुद को बदल दिया तो बदल ही जाएगा संसार। खुद को बदल दिया तो बदल ही जाएगा संसार।