कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु यादें भक्ति शरण जो मांगा वह नहीं है दूर कृष्ण राधा प्रेम ओम साईं राम प्रेम की अन्यतम परिभाषा पिता हैं... समर्पण की अनन्य गाथा पिता है . वचन कृष्णा ईश्वर की ख्वाहिश राधा अथीत भार राधे कृष्ण मीरा नारी मन काया वचन श्रद्धा अनन्य भक्ति प्रेम

Hindi अनन्य Poems