घरेलू हिंसा पर एक कविता...। घरेलू हिंसा पर एक कविता...।
शांत संसार को भंग करने को, आतंकवादी आते हैं। शर्म लाज बिना रखे वो, आतंकवाद फैलाते हैं। शांत संसार को भंग करने को, आतंकवादी आते हैं। शर्म लाज बिना रखे वो, आतंकवाद फै...
जब जन्म लिया तो कहाँ सोचा था कि ज़िंदगी इतने दर्द देगी! जब जन्म लिया तो कहाँ सोचा था कि ज़िंदगी इतने दर्द देगी!
मैं पुरूष, बंदर हूं उस मदारी का, जिसका नाम नारी है! मैं पुरूष, बंदर हूं उस मदारी का, जिसका नाम नारी है!
अगर स्त्री की योनि मात्र को माना है तुमने अपने घर की इज़्ज़त तो , मेरे अस्तित्व की कीमत अगर स्त्री की योनि मात्र को माना है तुमने अपने घर की इज़्ज़त तो , मेरे अस्तित्व...
गनीमत बापू का तन चिर-निद्रा में सो गया है, बापू इस युग में तो आप फोटो में ही अच्छे हैं गनीमत बापू का तन चिर-निद्रा में सो गया है, बापू इस युग में तो आप फोटो में ही ...