तू है मतवारो
तू है मतवारो
नटखट नटवर श्याम, तू है मतवारो।
नंद यशोदा को श्याम तू है मतवारो।.....
छुप छुप के वो, मेरे घर आवत,
ग्वाल बाल ओर सबको बुलावत।
माखन चुराई गयो श्याम, तू है मतवारो।....
पनघट पे मेरी राह को रोकत,
ठीठुरी करत ओर बतीयां बतावत।
मटुकीयां फोड़ गयो श्याम, तू है मतवारो।....
टेढी मेढी चाल चलत है,
तीरछी नज़र मुझ पे डालत है।
मनको लुभाई गयो श्याम, तू है मतवारो।....
सपनो में आके मुझको सतावत,
चैन चुरावत ओर तडपावत।
घायल कर गयो श्याम, तू है मतवारो।....
"मुरली" बजाके, मुजको बुलावत,
मीठी मधुरी तान सूनावत।
रास में नचाई गयो श्याम, तू है मतवारो।...
