तुमसे है उजियारा
तुमसे है उजियारा

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जब से जग है तब से क्षितिज पर
तुम जो हो हे सूर्या,
तुम से ही तो हमने अपने
सब रोगों से मुक्ति पाया।
एक दिन भी छुप जाओ तो,
अन्धकार चहुँ ओर छाया,
ख़ुद को जला कर रोशन करना,
यह जज़्बा तुमने ही सिखाया।।
हमारा नमन स्वीकार करो
हे दाता, हे सूर्य देवा,
सदा हम पर कृपा रखना,
देना सेहत संग ऐश्वर्या ।।