तेरे मेरे प्यार का सफर...
तेरे मेरे प्यार का सफर...
तेरे मेरे प्यार का सफर...
तेरे मेरे प्यार का सफर...
तेरा मुस्कुराना,तेरा यु आंखों से छू जाना,
इस दिल को भा गया है वो दिन आज भी याद है
मुझको जब तुम मैं आप से हम बने थे।
एक दूजे की यादों में कहीं
राते गुजारी थी,खुले आसमान,मेँ एक दूजे को महसुस किया करते थे,
प्यार दिल मैं था,एक दूजे को देखकर हम खुद को संभाल न पाते थे,ए लफ्ज़ मैं कहपाना चुनौतीभरा था।
पर दिल की धडकन और
तेज रफ्तार से चलती साँसो
ने दिल की पोल खोल दी थी।
मुझे एसे मत देखा करो,
खुद को बहुत मुश्किलों से संभाला है,आगे जो बढी हूं
पीछे मूडने से अब डर सा लगता है।
गौर से देखो कही मैं वही तो नहीं,जो तूम दुवाओ में
माँगा करते थे,ईश्वर के
पास माँगी हुई दुआ से
यूं मुँह मोडना ए तो बडी
गलत बात है,
एक समय हुआ करता था,
आपके चहेरे को अधुरी ख्वाहिश समजकर मन
मना लिया था,पर नजाने क्युँ अब आपका चहेरा
नशा सा बनगया है,बिन देखे अब चेन न आता,अब तुम ही बतावो की केसे मनावु खुद को;
साथ जीने मरने की कश्म जो खाई थी,
तो भला रश्मो के झमले
मैं क्यूँ पडना?
ये प्यार का सिलसिला लख चोरासी जन्म तक युही चलता रहे,ए आलम यु न
खत्म हो,ए जान ए दिल उफ्फ्फ....अब तेरी अमानत है,मुझे अपने दिल में संभलकर छुपाना कोई यु मुझे कोई देख ले
ये तो बडी गलत बात है,
आपके साथ अब अच्छा लगने लगा है,एसी लत लगाकर आपका मुँह फेरकर चला जाना ए अच्छी बात न
अंजाने ही सही कातिल नजरों कुछ तीर एसे चले की उस पल से हम आपके हो गए।
हमारा हाल यूं न पूछा करे
ये आपका दिया हुआ तोहफा है।जले पे नमक क्या छिडकना,ए रंगीन मौसम है,हम तो बीना फेरे ही बंधन में बंध से गए थे।
मन की बातो को दिल मैं
दबाकर एक दूजे को आंखों से छेडना बडा अच्छा लगता है,गहेरे राझ खोलकर एक दुसरे को सताना, बिन कहे एकदूसरे
को समझकर ना समझ बनना बडा अच्छा लगता है।