Lakshman Jha

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सपना नॉवेल शांति पुरस्कार

सपना नॉवेल शांति पुरस्कार

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हमने भी नोबेल शांति पुरस्कार

के सपने संजोये थे

सारे देशों के भ्रमणों में

हमारे ललाटों में चन्दन लगाये थे

लगा हमारे अश्वमेघ के

घोड़े को कौन रोक सकता है

हम अतीत में दुश्मन ही सही

पर नवाज़ के जन्मदिन मनाने

से कौन रोक सकता है


गोधरा नरसंहार के दागों को

मिटाने की लाख कोशिशें की है

क्या करूँ नक्षत्र मेरे बाम हैं

जिसे झूला झुलाया

उसी ने नाकाम करने की

कोशिशें की है


विश्व में यह बात फैली हुई है

धर्म पर आघात जोरों से चली है

देशद्रोह, दलितों का शोषण

आतंकियों की विनाश लीला

मची है

कश्मीर का अब हाल ही

बेहाल बनता जा रहा है


कहने को तो हम कहते हैं

'वे हमारे भाई हैं'

फिर भी उनके अधिकारों का

हनन हो रहा है

खैर, अच्छा हुआ कोलंबिया के

मनुएल संतोस को पुरस्कार

तो मिल गए

उसकेअच्छे प्रयासों से

समस्त आतंकवादी

फार्क देशभक्त बन गए !!



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