शक्तिशाली
शक्तिशाली
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श्रेष्ठ जीवन की धरोहर
पूर्वजों से जो मिली है,
विश्व को सुख शान्ति दायी
जो यहॉं संस्कृति पली है,
उसे रखना है चिरन्तन
मृत्यु का भी सिर कुचलकर
ये अवसर फिर नहीं मिलने वाला है।
अनेक भाषा अनेक वेश
फिर भी अपना देश एक,
कोई चलता पदचिह्न पर
कोई पदचिह्न बनाता है
नव भारत निर्माण की ओर
शक्तिशाली कदम बढ़ा रहा।
आपका अनुभव विश्व से बड़ा है
जो सामने आता है स्वीकार करो,
मस्तिष्क में जो बलदायी विचार हैं
उन्हें आप ही पानी दे रहे हो,
सम्पन्नता के गीत गाओ
मुझे बहना है विश्व स्तर पर।
यह अग्नि मेरी ही है
मेरे ही भास से यह सब प्रकाशमान् है,
सारे जागरण सारे अनुभव
मेरे अन्दर हैं यह विचार करो,
तुम्हीं में सम्पूर्णता है, अपनी सम्पूर्णता में रहो,
उसी में तैरो, पूर्णता से युक्त होकर।