शाहजहां ने ताजमहल क्यों बनवाया
शाहजहां ने ताजमहल क्यों बनवाया
घर बैठे पुस्तक के पन्ने पलट रहा था,
इतिहास था इसलिए कुछ पल्ले नहीं पड़ रहा था,
पढ़ते पढ़ते एक प्रश्न सामने आया
शाहजहां ने ताजमहल क्यों बनवाया?
जब कोई सटीक सा उत्तर नहीं समझ आया,
तो हमने ये प्रश्न हिस्ट्री टीचर से दोहराया।
उन्होंने रटा रटाया उत्तर सुना दिया
पत्नी से प्यार था शायद इसलिए ही बनवाया।
उत्तर का मन ने विरोध किया,
सही उत्तर के लिए एक देशभक्त से अनुरोध किया,
जनता का पैसा पानी की तरह बहाया था,
इसलिए ताजमहल जमुना के तीरे बनवाया था।
उनका उत्तर सुनकर बढ़ा
और एक भिखारी के पीछे पड़ा,
ताज का नाम सुनते ही निराश हो गया,
जाते जाते एक ही बात कह गया
क्यों बनवाया कैसे बनवाया नहीं जनता हूँ
हमारे लिए नहीं है बस इतना मानता हूँ।
इन पैसों से हमारे लिए कुछ बनवाता,
तो उसका ताज दवाओं से ही बन जाता।
उसके उत्तर ने मन मैं कई भाव जगा दिए,
यही प्रश्न हमने अपने प्रिंसिपल महोदय से दोहरा दिए,
समझदार था इसलिए ताज संगमरमर का बनवा गया,
अपनी सारी ब्लैक मनी व्हाइट करा गया,
मरने से पहले ये तरीका मुमताज ने ही सुझाया था,
इसलिए शाहजहां ने ताजमहल बनवाया था।
घर बैठा बैठा पुस्तक के पैन उलट रहा हूँ,
सटीक उत्तर की तलाश मैं आजतक भटक रहा हूँ।