Electrical Engineer by profession,and passion for writing always motivates to write poetry ,
कर रहे हैं मानवता को शर्मसार क्या सफाई दें किये जो व्यवहार कर रहे हैं मानवता को शर्मसार क्या सफाई दें किये जो व्यवहार
इन दोगलों को झेलने की मज़बूरी है इन्हें पर हारने को जीना जरुरी है। इन दोगलों को झेलने की मज़बूरी है इन्हें पर हारने को जीना जरुरी है।
ख्वाबों ने क्या तोहफा दिया ख्वाबों ने क्या तोहफा दिया
गुजरा हुआ ज़माना फिर से याद आ गया गुजरा हुआ ज़माना फिर से याद आ गया
मेरी मंज़िल दूर से ही मुझे देख हंसती रही मेरी मंज़िल दूर से ही मुझे देख हंसती रही
आदमी का खून कुछ आदमी हैं पी रहे, हैवान हैं बने हुए और झूमकर हैं जी रहे, आदमी का रूप आदमी का खून कुछ आदमी हैं पी रहे, हैवान हैं बने हुए और झूमकर हैं जी रहे,...
आशा की एक किरण संसद से निकल पड़ी सरकार की ये योजना गाँव की ओर चल पड़ी आशा की एक किरण संसद से निकल पड़ी सरकार की ये योजना गाँव की ओर चल पड़ी
घर बैठे पुस्तक के पन्ने पलट रहा था, इतिहास था इसलिए कुछ पल्ले नहीं पड़ रहा था, पढ़ते पढ़ घर बैठे पुस्तक के पन्ने पलट रहा था, इतिहास था इसलिए कुछ पल्ले नहीं पड़ रहा था,...
शायद इस रावण में अब कोई खोट न बाकी है यूँ ही इसे जलाते रहना बस मनोरंजन और झांकी है शायद इस रावण में अब कोई खोट न बाकी है यूँ ही इसे जलाते रहना बस मनोरंज...
दिल्ली के बाजार में फिसले हनुमान घूम रहे हैरान पहुँच गए रामलीला मैदान दिल्ली के बाजार में फिसले हनुमान घूम रहे हैरान पहुँच गए रामलीला मैदान