मातृशक्ति हो माँ तुम ही तुम ही सारा संसार हो! मातृशक्ति हो माँ तुम ही तुम ही सारा संसार हो!
बेफिक्र होकर चली हूं अब नई डगर पर, खुश होकर अकेले ही चली हूं मैं अपने नए सफ़र पर! बेफिक्र होकर चली हूं अब नई डगर पर, खुश होकर अकेले ही चली हूं मैं अपने नए सफ़र ...
हर कोई भूल गया गांधी और देश का क्या अटूट रिश्ता है ।। हर कोई भूल गया गांधी और देश का क्या अटूट रिश्ता है ।।
नवरात्रि का त्यौहार बड़ा ही सुहावना होता! नवरात्रि का त्यौहार बड़ा ही सुहावना होता!
आया नवरात्रि का त्योहार सज गए है मंदिर, घर - द्वार! आया नवरात्रि का त्योहार सज गए है मंदिर, घर - द्वार!
इश्क कितना भी गहरा हो मेरा पर वजूद सिर्फ सिंदूर का है इश्क कितना भी गहरा हो मेरा पर वजूद सिर्फ सिंदूर का है