STORYMIRROR

Shayra dr. Zeenat ahsaan

Others

2  

Shayra dr. Zeenat ahsaan

Others

सदा के लिए

सदा के लिए

1 min
157

तुम से मिलते ही

चांद की तरह मैं

शीतल हो गयी

तारों की तरह भीड़ में

टिमटिमाते तुम

अंधेरे में सूरज बन

मेरी ज़िंदगी में उजाला ले आये

अब उदास रात

मेरे नज़दीक आने से डरती है

तन्हाई आंखें चुराने लगी है

तुम्हारा साथ ठंडी

रेत की तरह मुझे

शीतल कर जाता है

मैंने तुम्हें अपनी

आँखों में समा लिया है

अब तुम मेरे वजूद में

समा गए हो

सदा-सदा के लिये

सदा-सदा के लिये


Rate this content
Log in