सैर सपाटा
सैर सपाटा
आज रविवार है,
काम का अवकाश है,
घूमने हम जाएंगे,
सैर सपाटा कर आएंगे,
राजघराने वाला,
संग्रहालय,
देखने हम जाएंगे,
झट पट तुम हो जाओ तैयार,
सूट नहीं, जींस और टॉप पहनो तुम यार,
और कैमरा भी तुम ले लेना साथ,
आज कुछ नया घूमने जाएंगे,
फिर खाना भी हम,
देखो ! डार्लिंग,
आज बाहर खाएंगे,
डार्लिंग देखो,
यंहा कितना सुंदर महल है दिखता ,
यह किसी राजा का पैलेस है लगता,
सुना है,
यह संग्रहालय खूब खास है,
यंहा का यह संग्रहालय,
प्रसिद्ध और विशाल है,
यहां बेशकीमती,
चीजों का,
मायाजाल है,
सुंदर, नक्काशी,
और कारीगरी का,
यह अनूठा हॉल बेमिसाल है
भव्य इमारत भव्य सजावट,
यह महल,
स्वर्ण से मालामाल है,
मूर्ति देखो,
बड़ी ही प्यारी,
जीती जागती जैसे हो नारी,
यह स्वर्ण कप,
कितना सुंदर,
और कमाल है,
चलो जरा महल के अंदर,
देखिए और क्या-क्या,
इस महल के अंदर धमाल है,
कितनी पुरानी है,
यह लकड़ी पर नक्काशी,
कारीगरी भी देखो,
कितनी लाजवाब है,
दिये प्रज्वलित हो रहे हैं,
जैसे आज भी यहां,
राज परिवार का राज है,
हीरे जवाहरात के,
क्या है कहने,
हर तरफ बिखरे जैसे,
मणि और रत्न जड़ित हार हैं,
देखो यह आइना कितना है बेहतर,
रानी देखती होगी इसमें,
अपना अक्स निरंतर,
देखो हाथ ना इनको लगाना,
बस दूर खड़े ही,
तुम इनको निहारना,
देखो,
तुम भी,
एक महल विशाल बनवा दो,
इतने ज्यादा नहीं,
पर,
हीरे दो, चार जड़वा दो,
मैं भी रानी बन जाऊंगी,
राज जनता पर नहीं,
तुम्हारे दिल पर कर पाऊंगी,
चलो घड़ी इसके बंद होने की आई,
दिवास्वप्न छोड़ो,
जरा नींद से जागो भाई,
हम यहां बंद हो जाएं,
उससे पहले तुम!
दौड लगा लो,
कैसा लगा आज का ठाठ,
बज गये अब पौने आठ,
मन को भा गई,
चौपाटी की चाट आज,
मजा आ गया करके,
सैर सपाटा आज,
आज के रहे खूब,
ठहाको के साथ,
ठाट बाट।।
#Prompt14