रंग दो मोही चुनरिया
रंग दो मोही चुनरिया
आज त्यौहार होली का,
आओ हमरी नगरिया।
रंग दो मोही चुनरिया।
अर्ज म्हारी सुन लो
आओ हमरी डगरिया,
रंगों के धागों से हमें बुन लो
रंग दो मोही चुनरिया।
लाल, हरा, पिला
रंगों से रंगाओ म्हारे सांवरिया ,
केसरिया, गुलाबी, नीला
रंग दो मोही चुनरिया।
पकड़ो हमारा हाथ
मरोड़ दो क़लईयां,
रंगों से दे दो म्हारा साथ
रंग दो मोही चुनरिया।
टूटने दो, बिखरने दो
ये हाथों की चूड़ियां ,
लाल इश्क रंगने दो
रंग दो मोही चुनरिया।
सँवरने दो हमें रंग में
सुन लो हमरी अरजिया,
रहने दो हमारे ही दंग में
रंग दो मोही चुनरिया।
विनती है तुमसे नंद के लाल
आओ हमरी अटरिया,
रंगों से कर दो बेहाल
रंग दो मोही चुनरिया।