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Rashmi Singhal

Others

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Rashmi Singhal

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रक्षाबंधन

रक्षाबंधन

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मात्र एक कच्चे धागे की डोर नहीं है

यह मात्र, एक सीरे को दूसरे सीरे से

बाँधे गए, छोर नहीं है,

यह,भाई-बहन के खट्टे-मीठे संबन्धों

का आचरण है

बहन द्वारा बाँधा गया,भाई की सुरक्षा

का आवरण है।


यह भाई के मस्तक को सूर्य सा,

उदय करता हुआ तिलक है

भाई की लम्बी आयु के लिए,

बहन द्वारा ईश्वर से जगाने वाली अलख ह।

,

य ,भाई के जीवन को खुशियों से 

भर देने वाली वजह है

मिठाई के डिब्बे में परोसी गई,

भाई  को परोसी गई ढेरों दुआ है।


यह शगुन के लिफाफे में रक्खी हुई 

बहन की हसरतों की दौलत है

बहन की दुआओं से भाई की जेब 

को बढाती हुई यह बरकत है।


यह मात्र नहीं एक त्यौहार है

भाई-बहन के जीवन का

यह एक आधार है।


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