प्यार बांटते चलो
प्यार बांटते चलो
प्रेम की खोज करनी नहीं पड़ती है
अगर आपके दिल में प्रेम हो तो खोज अपने आप ही हो जाती है।
आपकी प्रेम भरी भाषा से अच्छे व्यवहार से लोग आपसे जुड़ ही जाते हैं।
किसी से आप प्यार से ऐसा पूछिए कैसे हो सब ठीक है ना उसी में उस सामने वाले इंसान का मन खुश हो जाता है।
प्यार बांटते चलो तो प्यार मिलेगा।
प्यार तो अपने दिल में होता है उसकी खोज करने की कोई जरूरत नहीं होती है ।
हमने तो कभी करी ही नहीं है।प्रेम बांटा और प्रेम पाया है
अपनों से गैरों से दोस्तों से और परिवार से सब में प्यार बांटा है और प्यार पाया है।
किसी जरूरतमंद को रोटी खिलाकर दूसरी तरह से मदद करके हम प्यार का सकते हैं।
किसी दुखीजन को प्यार के दो बोल बोल के हम प्यार पा सकते हैं और प्यार बांट सकते हैं।
इसीलिए प्यार की खोज हमको करनी ही नहीं पड़ी।
हमने जो प्यार बांटा हमको वापस जी भर भर के प्यार मिला है।