पुल
पुल
1 min
452
मैं भी कुछ करती हूँ
मोटर साइकिल की पिछली सीट पर एक हाथ से
तुम्हें पकड़कर खुद को संभालती हूँ
दूसरे हाथ से बच्चे को संभालती हूँ
तुम्हारे और बच्चे के बीच पुल बनती हूँ
पुल की जमीन नहीं होती है
वह तो किनारों को मिलाता है तुम्हें और बच्चे को
मैं ही वर्तमान से भविष्य को जोड़ती हूँ
मैं भी कुछ करती हूँ।