तू अनुपम अलंकार है…तू अनुपम अलंकार है। तू अनुपम अलंकार है…तू अनुपम अलंकार है।
मधम से बयां करते ख़ामोश सलीके हैं, नर्म अंदाज़ हैं ये। मधम से बयां करते ख़ामोश सलीके हैं, नर्म अंदाज़ हैं ये।
सदियों से चली आई परंपरा हमारी फैसले लेते बुजुर्ग , घर में खुश रहते हैं हम! सदियों से चली आई परंपरा हमारी फैसले लेते बुजुर्ग , घर में खुश रहते हैं हम!
हे बचना ए कोरोना, मोदी जी आ गए! हे बचना ए कोरोना, मोदी जी आ गए!