प्राणों से भी प्यारा !
प्राणों से भी प्यारा !
प्राणों से भी प्यारा और न्यारा हरियाणा है।
जहाँ खुशहाली ही हर इन्सान का नारा है।।
पंचायत प्रथा जहां पर है सदियों से चलती ,
दूध - दही की नदी जहां कलकल है बहती।
जहां पनपी , बढती आर्य सभ्यता और संस्कृति,
जिन वीरों पर है गर्व करे माँ भारती।।
प्राणों से भी प्यारा और न्यारा हरियाणा है ,
जहां खुशहाली ही हर इंसान का नारा है।।
उत्तर में धवल शिवालिक पर्वत ,
और पूरब यमुना धार बहे।
दक्षिण पश्चिम अरावली पर्वत ,
और पश्चिम घग्घर धार बहे।।
है इंद्र प्रस्थ से जुड़ा हुआ ,
और एकलव्य सा अड़ा हुआ।
जहां शिष्य गुरू की सदा उतारें आरती ,
जिन वीरों पर भी गर्व करे माँ भारती।।
प्राणों से भी प्यारा और न्यारा हरियाणा है ,
जहाँ खुशहाली ही हर इंसान का नारा है।।
