बेवजह की चिंता छोड़कर, बुढ़ापे का मज़ा लीजिये। बेवजह की चिंता छोड़कर, बुढ़ापे का मज़ा लीजिये।
बूढ़ी आँखों पर लगा के चश्माकोशिश करता था फिर वोकड़वी दुनिया सी सुई के अंदरपिरोने जीवन के धागे को बूढ़ी आँखों पर लगा के चश्माकोशिश करता था फिर वोकड़वी दुनिया सी सुई के अंदरपिरोने...
कृति विकृत क्यूँ ? कृति विकृत क्यूँ ?
सोचता रहता हूँ बस अब उम्र है पचपन की, मुस्कराता हूँ जब याद करूँ पल बचपन का...। सोचता रहता हूँ बस अब उम्र है पचपन की, मुस्कराता हूँ जब याद करूँ पल बचपन का...।
खोल के मनचाही किताब के पन्नेपढ़ते-पढ़ते ही सोने लगा हूँशायद लोग सही कहते हैंअब मैं बूढ़ा होने लगा हू... खोल के मनचाही किताब के पन्नेपढ़ते-पढ़ते ही सोने लगा हूँशायद लोग सही कहते हैंअब म...
और जी लिया करते हैं उन झूलों की प्यारी यादों में। और जी लिया करते हैं उन झूलों की प्यारी यादों में।