STORYMIRROR

Vivek Netan

Others

4  

Vivek Netan

Others

मुझे ऐसी लापरवाही चाहिए

मुझे ऐसी लापरवाही चाहिए

1 min
271

भरोसे की जरूरत नहीं है मुझे 

मुझे अब यकीन चाहिए 

सूरज दूर बहुत दूर है 

मुझे थोड़ी सी जमीं चाहिए 


कैद हो गई है साँसे पिंजरे में 

इन्हे भी अब रिहाई चाहिए 

बहुत सह ली ये जेठ की लू 

अब तो ठंडी पुरवाई चाहिए 


बंद कर लो अपना दरवाजा 

मुझे तेरी हँसी नहीं चाहिए 

मेरी याद में जो झलके अश्क 

मुझे तो बो अश्क चाहिए 


करूँगा क्या इस बिस्तर का 

नींद भी तो आनी चाहिए 

कब से भटक रहा हूँ में 

मुझे तेरी रहनुमाई चाहिए 


बहुत सह लिए ये दुःख दर्द 

अब इनपे मरहम चाहिए 

भूल जाऊं में दुनिया जहां को 

मुझे अब ऐसी लापरवाही चाहिए 


Rate this content
Log in