मोहब्बत होकर भी नामुमकिन है
मोहब्बत होकर भी नामुमकिन है


तेरी मेरी प्रेम कहानी
नामुमकिन होकर जग जानी है ।
तुम ब्रह्माण्ड के राजा हो
दुनिया कहती मुझे रानी है,
तेरी मेरी प्रेम कहानी
नामुमकिन होकर जग जानी है ।
तुम आग की ज्वाला हो
मैं बहता शीतल पानी हूँ,
तुम्हारी तपती रूह में
मैंने कुछ बूंदें डाली है ।
तेरी मेरी प्रेम कहानी
नामुमकिन होकर जग जानी है।
ऐसा अनोखा है रिश्ता
जिसमे मिलन की आस नहीं,
फ़िर भी ये जग ज़ाहिर है,
दिन के बाद रात ही आनी है ।
तेरी मेरी प्रेम कहानी
नामुमकिन होकर जग जानी है ।
तेरा मेरा कोई मेल नहीं
फ़िर भी हमराही हम जन्मों से ,
तुम सूरज परवाने हो
मेरी चांदनी भी दीवानी है ।
तेरी मेरी प्रेम कहानी
नामुमकिन होकर जग जानी है ।