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संदीप सिंधवाल

Children Stories Fantasy

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संदीप सिंधवाल

Children Stories Fantasy

मेरी बहना

मेरी बहना

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बहना आँख का तारा, 

सबसे अजब प्यार।

दिलों दरम्यान बसा है, 

अपना ही संसार।।


अपना ही संसार, 

तू ही तब बड़ी लगती।

जिंदगी के तजुर्बे, 

साझा जब भी करती।।


कहे भ्रात 'सिंधवा'ल',

तेरे लिए सब सहना।

उमर के ढलाव पर, 

छोटी ही लगे बहना।।



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