मेरा यार अगर मुझ संग सवार हो
मेरा यार अगर मुझ संग सवार हो
मेरी ज़िन्दगी में एक नई शान हो
मेरा यार अगर मुझ संग सवार हो
हर सफर ऊंची उड़ान हो
मेरा यार अगर मुझ संग सवार हो
हर मंजील हर एक कदम
साथ रहूंगा तेरी कसम
साथ हमारा यारी की जान हो
मेरा यार अगर मुझ संग सवार हो
मैं तो अकेला ही आया था जीने को ये मेरी ज़िंदगी
मिल गए तुम इस मोड़ पर, तभी तो हसीन बनी ज़िन्दगी
रब का सुकराना था या था तू कोई फरिश्ता
जो तुज संग जीने से हर डर भी कर देता बंदगी
हर पल की मेहफिल फिर जवान हो
मेरा यार अगर मुझ संग सवार हो
यूँ तो इस दुनिया मे दोस्त तो बनते रहते है कई
पर उसकी हर वो याद आज भी महक देती है नई
ये शायराना भी मुजुबां हो
मेरा यार अगर मुझ संग सवार हो
काली राते भी बेमिसाल वो
मेरा यार जब मुझ संग सवार हो