मेरा परिवार
मेरा परिवार
माता की कोख में मेरी उपस्थिति,
एक अनूठा ,अद्भूत, सुखद अनुभूति,
माता के अंतःकरण से निसृत्त ,
पवित्र स्नेह,ममता की धारा ,
आशा, विश्वास, करुणा की ,
उज्जवल किरणों की धारा,
मेरे हृदय को एक नूतन आलोक से परिचय कराया ,
माँ का सहारा, उसकी कोशिश से धरा का स्पर्श किया,
मेरे समग्र सत्ता को जैसे एक नव जीवन प्रदान किया ।
तभी एक सशक्त हाथों का स्पर्श ,
मुझे एक दृढ सहारे का विश्वास दिलाया,
एक से मुझे नव जीवन का आनंद प्राप्त हुआ,
एक से उनका सम्मान और परिचय मिला ,
एक कोमल हाथ ने मुझे चलना सीखाया ,
एक ने मुझे जीवन में आगे बढना सीखाया ,
उन सशक्त भुजाएँ मन में मेरे आत्मविश्वास जगाया,
वह था एक सशक्त, दृढ स्तंभ परिवार का ,
वह थे मेरे पिता ,जिनकी आत्मा से जुड़ गयी थी मेरी आत्मा ,
जिन्होंने मुझे अपने आत्मज का परिचय दिया ।
दो सबल, मजबूत स्तंभ मेरे परिवार का,
एक की मीठी बातें, मधुर स्पर्श, स्नेह,करुणा,
मेरा जीवन संवारा था , एक सुन्दर जीवन दिया,
एक के कठोर अनुशासन शृंखलित होना सीखाया,
मुझे जिन्दगी से लडना सीखाया, जीवन जीना सीखाया,
माता ने दिया जन्म , पिता से परिचय मिला ,
माता, पिता के प्यार , दुलार से, सुगठित हुआ जीवन मेरा ।