मेरा मन
मेरा मन
1 min
342
फक्कड़ फकीर सा मेरा मन !
सिमटती लकीर सा मेरा मन !
सूखे दरख़्त जैसी मनो वेदना
दहकती हुई पीर सा मेरा मन !
आंसुओं का दरिया सूख चला
बहते निर्मल नीर सा मेरा मन !
समय दुशासन ने लाख सताया
चीरहरण के चीर सा मेरा मन !
अंतस के दावानल की व्यथा
पिघले शुभ्र पनीर सा मेरा मन!
साध्य साधने का उपक्रम कैसे
प्रत्यंचा रहित तुणीर सा मेरा मन।